हाथरसः यूपी के हाथरस में एक बार फिर पुलिस का डरवाना चेहरा देखने को मिला। जहा खाकी के दामन पर लगे निर्दोष युवक के खून के दाग, पुलिस विभाग में तैनात एक दरोगा पर युवक को झूठे मुकदमे फसाने और जेल भेजने की धमकी से डर कर विधुत विभाग में तैनात एक 19 वर्षीय संविदा कर्मी ने पेड़ से लटकर आत्महत्या कर ली। वही युवा की जेब से एक सुसाइड नोट्स बरामद हुआ जिसमे साफ लिखा था की चैकी इंचार्ज और अन्य दो लोग मुझे झूठे मुकदमे फसाकर जेल भेजने की धमकी देते है इस कारण में आत्महत्या कर रहा हूँ।
मामला हाथरस के थाना कोतवाली सादाबाद की मई चैकी क्षेत्र के गाँव चिरावली कहा है जहा मई चैकी इन्चार्ज द्धारा एक 19 वर्षीय युवक को झूठे मुकदमे में फसाने और जेल भेजने की धमकी के बाद युवक ने गाँव के बाहर पेड़ पर लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक युवक विधुत विभाग में संविदा कर्मचारी के पद पर तैनात था। युवक द्धारा आत्महत्या करने के बाद परिजन द्धारा पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। लेकिन अगर परिजनों की माने तो मई चैकी इंचार्ज गंगा शरन ने यह कह दिया की उसने आत्महत्या कर ली है तो उसका अंतिम संस्कार करा दो इसमें पुलिस की कोई कार्यवाही नहीं करती। वही युवक की जेब से सुसाइड नॉट मिलने के बाद घटना से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने एसपी कार्यलय पहुँचकर चैकी इंचार्ज और दो अन्य लोगो के खिलाफ कार्यवाही की माँग करते हुये पुलिस के खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया। वही इस पुरे मामले की जाँच पुलिस अधिकारी ने सीओ सादाबाद को दे दी है,अब देखना यह है कि आरोप पुलिस के एक दरोगा पर है जाँच भी पुलिस अधिकारी करेंगे। बड़ा सवाल है कि क्या मृतक युवक को न्याय मिलेगा।
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