हाथरस: बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय ने पार्टी से निष्कासित होने के बाद हाथरस के लेबर कॉलोनी पार्क में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जैसा कि आप सभी की जानकारी में है कि 21 मई को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवा लाल गौतम के पत्र अनुसार मुझे बसपा से निलंबित करने के साथ विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक के पद से भी हटा दिया गया है। यह कदम मुझे आश्चर्य में डालने वाला है। साथियों आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि मेरे द्वारा 1996 में बसपा की सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात पार्टी की मजबूती के लिए सर्वण समाज विशेषकर ब्राह्मण समाज को पार्टी से जोड़ने के लिए में कड़ी मेहनत करता रहा। मैं लगातार उत्तर प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा, प्रत्येक जिले में बसपा को मजबूत बनाने के लिए जनसंपर्क भी करता रहा। इसी का परिणाम था कि बसपा 2007 के चुनाव परिणाम के बाद उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ सर्व समाज की पार्टी बन गई। मुझे इस तरह पार्टी से निकाला गया मैं आश्चर्यचकित हूं। मैं अपने समर्थकों व शुभचिंतकों से विचार-विमर्श कर आगे का रुख तय करूंगा। वहीं किस दल में मुझे सम्मिलित होना है यह भी मैं तभी निश्चित करूंगा।
रामवीर उपाध्याय ने पार्टी से निलंवन के बाद अपने आवास पर की प्रेस वार्ता, हुए भावुक
हाथरस: बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय ने पार्टी से निष्कासित होने के बाद हाथरस के लेबर कॉलोनी पार्क में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जैसा कि आप सभी की जानकारी में है कि 21 मई को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवा लाल गौतम के पत्र अनुसार मुझे बसपा से निलंबित करने के साथ विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक के पद से भी हटा दिया गया है। यह कदम मुझे आश्चर्य में डालने वाला है। साथियों आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि मेरे द्वारा 1996 में बसपा की सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात पार्टी की मजबूती के लिए सर्वण समाज विशेषकर ब्राह्मण समाज को पार्टी से जोड़ने के लिए में कड़ी मेहनत करता रहा। मैं लगातार उत्तर प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा, प्रत्येक जिले में बसपा को मजबूत बनाने के लिए जनसंपर्क भी करता रहा। इसी का परिणाम था कि बसपा 2007 के चुनाव परिणाम के बाद उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ सर्व समाज की पार्टी बन गई। मुझे इस तरह पार्टी से निकाला गया मैं आश्चर्यचकित हूं। मैं अपने समर्थकों व शुभचिंतकों से विचार-विमर्श कर आगे का रुख तय करूंगा। वहीं किस दल में मुझे सम्मिलित होना है यह भी मैं तभी निश्चित करूंगा।
Post a Comment