गोवर्धन। आन्यौर परिक्रमा मार्ग स्थित काष्र्णि गुरू रमणरेती आश्रम पर श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश शोभायात्रा के साथ हुआ। इस अवसर पर पं. गयाप्रसाद समाधि स्थल के समीप गिरिराज जी पर दुग्धाभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। कथा के प्रथम दिन व्यास पीठ से आचार्य डाॅ. अशोक विश्वामित्र ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा श्रीकृष्ण का स्वरूप है। यह दीपक के समान है जिस प्रकार के दीपक के प्रज्ज्वलन से अंधकार दूर होता है ठीक उसी प्रकार श्रीमद्भागवत कथा सुनने से जीवन रूपी अंधकार दूर हो जाते हैं। इस अवसर पर हरिओम बाबा, कैलाशी, राधिका, रासबिहारी, देवेश, यश निरूपम, साकेत, कावेरी, आकाश, विकास आदि थे।
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