मथुरा - भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा शहर को जोडने बाला यमुना का पुल.. 11 फ़रवरी 2018 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था पुल का लोकार्पण..यमुनापुल हुआ क्षतिग्रस्त. बीच पुल में आई दरारें...जुगाड कर पुल को चलाने का किया जा रहा है प्रयास.. लोगों की जान के साथ किया जा रहा है खिलवाड... सेतुनिगम ओर पीडब्ल्यूडी के भ्रष्टाचार की बलि चढ़ा यमुना का पुल....88 करोड 22 लाख रुपए की लागत से तैयार हुआ था यमुना पुल....
कैमरे में कैद हुई एक्सक्लूसिव तस्वीरें.. कैमरा देख कर मौके से भागने लगे सेतु निगम के अधिकारी .नहीं दिया संतोषजनक जवाब .पुल की स्थिति लिए खुद को बताया जिम्मेदार...
जिस पुल का लोकार्पण स्वयं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था.. आज उस पुल के बीचो -बीच में बड़ी-बड़ी दरारें और गड्ढा हो गया.. जब इस बात की खबर सेतु निगम विभाग को पड़ी तो तत्काल अपनी टीम लेकर पुल पर पहुंच गए .और क्षतिग्रस्त हिस्से को उधेड दिया.जिसमे एक नया जाल डालकर उसे छुपाने के प्रयास मे लग गए .. पुल की स्थिति पीडब्ल्यूडी और सेतु निगम की कारगुजारी का खुलासा करती है.. जिस फुल को महज अभी 1 साल ही हुआ हो .आज उसकी स्थिति यह के उसको बीच से काटकर जाल डालकर उसकी स्थिति को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है.. पुल के इस दृश्य को देखकर ऐसा लग रहा है कि ..पूरा पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा है ..और पुल मे घटिया सामग्री का प्रयोग कर इसका निर्माण किया गया है.
इस तरह पुल के निर्माण मे घटिया सामग्री का प्रयोग कर सेतु निगम और पीडब्ल्यूडी विभाग ने सरकार की आंखों में धूल झोंकने का काम किया है.. आप घटिया सामग्री के प्रयोग होने के बाद पुल की हकीकत धीरे-धीरे सामने आ रही हैं ...जिस तरह पुल के बीचो बीच दरार और गड्ढे हो गए ..अब उन्हें अधिकारी दबाने में लगे हैं.. यह सब लोगों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है ..क्योंकि अगर इसी तरीके से महज एक साल में पुल की यह स्थिति है .तो आने वाले सालों में यह पुल किस तरह अपनी स्थिति को बयां करेगा आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं..
इस पुल से होकर अलीगढ़ ,बरेली हाथरस के लिए आवागमन है और इस पुल से होकर हर दिन बडी संख्या में ट्रैफिक का आनाजाना होता है
पत्रकार अमित गोस्वामी
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