- शहर के चौबे वाले महादेव कालेनी में अचानक से आई अन्य जनपदों के किरायेदारों में बढोत्तरी
- अपराधियों का सेफ जोन बना हुआ है हाथरस, नहीं होती किसी भी किरायेदार की पुलिस वैरिफिकेशन
हाथरसः केंद्र सरकार द्वारा 5 अगस्त को कश्मीर में से धारा 370 को पूर्ण रूप से निष्प्रभावी कर दिया गया। जिसके बाद से कश्मीर के साथ पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में सरकार द्वारा हाई अलर्ट जारी कर दिया। क्योंकि कश्मीर में जिन आतंकवादियों से शरण ले रखी थी वह अचानक से अपनी पहचान छुपा कर देश के विभिन्न जगहों पर पनाह ले सकते हैं।
इसी क्रम में हाथरस के सिकंद्राराऊ में विगत दिनों बांग्लादेशी महिला जो कि अपनी पहचान छिपा कर हाथरस में रह रही थी। और भारतीय नागरिकता पाने के लिए फर्जी दस्तावेज बना कर पासपोर्ट के लिए भी आवेदन कर दिया। जब पुलिस द्वारा उस महिला की पिछली जानकारी खंगाली गई तो उसके बांग्लादेशी होने का प्रमाण सामने आया। हालांकी वह महिला किस मकसद से यहां आई थी यह पता नहीं चला है।
इसी प्रकार हाथरस शहर के कासगंज रोड स्थित चौबे वाले महादेव मंदिर के निकट एक कंपनी काफी समय से संचालित है जहां करीब 1 हजार से अधिक नवयुवक कार्य करते हैं। कंपनी के डिस्टीव्यूटर कन्हैया लाल ने बताया कि हाथरस में करीब 500 से ज्यादा कर्मचारी अन्य जनपद व प्रदेश के हैं। पहचान के रूप में उसके आधार कार्ड की छायाप्रति व दो फोटो मांगे जाते हैं। लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति का पुलिस वैरिफिकेशन नहीं हुआ है। पिछले माह से कर्मचारियों की संख्या में बढोत्तरी हुई है।
यह सभी लोग खंदारीगढी, विष्णुपुरी, महादेव नगर कालोनी आदि जगहों पर किराये पर रहते हैं, किसी भी किरायेदार का मकानमालिक द्वारा कोई पुलिस वैरिफिकेशन नहीं कराया गया। पूर्व में इसी कंपनी में कार्य करने वाले दो युवक विष्णुपुरी से दो लडकियों को अपने साथ लेकर फरार हो गए आज तक उन युवक व युवतियों की कोई भी जानकारी नहीं हुई या कहें कि अपराधियों का सेफ जोन बन गया है हाथरस या पुलिस किसी बडी घटना का इंतजार कर रही है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा को उक्त मामले में संज्ञान लेते हुए सभी बाहर से बसे हुए किरायेदारों का पुलिस वैरिफिकेशन कराना चाहिए।
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