मथुरा -वृंदावन पुलिस ने 50 हजार रु के इनामी बदमाश उमेश पाठक को मुटभेड के बाद गिरफ्तार किया है, मुटभेड में बदमाश के पैर में गोली लगी है, पकडे गए इनामी बदमाश पर 13 जून को वृंदावन के निंबार्क पीठ के महंत बालमुकुंद की हत्या का आरोपी है, पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान महंत की डस्टर कार बंदूक और अवैध तमंचा बरामद किया है,
आपको बता दें वृंदावन के निंबार्क पीठ के महंत बालमुकुंद की हत्या का मामला शासन तक गून्जा था, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खुद पुलिस अधिकारियों को बुलाकर इस मामले को तत्काल वर्कआउट करने का आदेश दिया था,
आपको बता दें वृंदावन के निंबार्क पीठ के महंत बालमुकुंद 12 जून को अपने घर से वृंदावन के लिए निकले थे ,फिर वह वापस नहीं लौटे , साधु संतों ने महंत को लगातार खोजने का प्रयास किया लेकिन महंत को कोई पता नहीं चला, 28 जून को महंत के परिजनों ने वृंदावन कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराया थी,
लेकिन पुलिस के प्रयास के बाद भी मेहनत का कोई पता नहीं चल पा रहा था, महंत की तलाश के लिए साधु संत लगातार पुलिस पर दबाव बना रहे थे और प्रदर्शन कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे थे,
घटना के खुलासे के लिए एसएसपी ने तीन टीमों का गठन किया था, और 13 जून को मांट इलाके में अधजले शव को साधु की घटना से जोड़कर देखा, वह शव महंत बालमुकुंद निकला, जिसकी शिनाख्त उसके परिजनों ने की थी,
अप पुलिस ने सर्विलांस टीम के जरिए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी सर्विलेंस टीम के जरिए पता चला कर महंत के खाते से कुछ पैसे भी निकाले गए हैं, जो उसके ड्राइवर उमेश पाठक ने अपने खाते में ट्रांसफर किए थे,
सर्विलेंस टीम के जरिए पुलिस को पता चला कर महंत की हत्या वाले दिन महंत के खाते से करीब 2 लाख 50 हजार रु निकाले गए थे ..जो कि उसके ड्राइवर ने निकाले थे .अब पुलिस का शक महंत के ड्राइवर की तरफ हो गया... लेकिन ड्राइवर उमेश घटना को अंजाम देकर फरार था..
पुलिस ने सर्विलांस के जरिए पूरी घटना पर काम किया... और ड्राइवर उमेश पाठक के दोस्त जितेंद्र को 7 जुलाई को पानी घाट इलाके से गिरफ्तार कर लिया...था
गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र ने से पुलिस ने जनता से पूछा कि तो चौंका देने वाला खुलासा हुआ आरोपी जितेंद्र ने बताया कि महंत के ड्राइवर उमेश पाठक ने आश्रम का महंत बनकर आश्रम की जमीन और पैसे को हड़पने के उद्देश्य से बाबा की हत्या की है.. 12 जून को ड्राइवर उमेश पाठक महंत को जितेंद्र के घर पानी घाट वृंदावन ले गया था ..जहां उसे लस्सी में नशीली दवाई दी गई ..जिससे संत बेहोश हो गया और संत की 6 लोगों ने गला घोट कर हत्या कर डाली ..जिसके बाद शब की शिनाख्त को छुपाने के लिए माँट राधा रानी के जंगलों में जाकर शब को पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया.. लेकिन अधजले शब की महन्त के परिजनों ने शिनाख्त कर ली ..और घटना का खुलासा हो गया..
पुलिस ने 7 जुलाई को घटना में शामिल जितेंद्र और 2 महिला मीरा देवी और प्रीति को गिरफ्तार कर लिया था ,आज वृंदावन पुलिस ने गेट इलाके से मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी उमेश पाठक को गिरफ्तार कर लिया है ,जिसके कब्जे से महंत की डस्टर कार और अवैध हथियार बरामद किया है , महंत की हत्या में 6 लोग शामिल थे ,जिनमें से अब तक पुलिस 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, 2 लोग अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं
रिपोटर अमित गोस्वामी
आपको बता दें वृंदावन के निंबार्क पीठ के महंत बालमुकुंद की हत्या का मामला शासन तक गून्जा था, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खुद पुलिस अधिकारियों को बुलाकर इस मामले को तत्काल वर्कआउट करने का आदेश दिया था,
आपको बता दें वृंदावन के निंबार्क पीठ के महंत बालमुकुंद 12 जून को अपने घर से वृंदावन के लिए निकले थे ,फिर वह वापस नहीं लौटे , साधु संतों ने महंत को लगातार खोजने का प्रयास किया लेकिन महंत को कोई पता नहीं चला, 28 जून को महंत के परिजनों ने वृंदावन कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराया थी,
लेकिन पुलिस के प्रयास के बाद भी मेहनत का कोई पता नहीं चल पा रहा था, महंत की तलाश के लिए साधु संत लगातार पुलिस पर दबाव बना रहे थे और प्रदर्शन कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे थे,
घटना के खुलासे के लिए एसएसपी ने तीन टीमों का गठन किया था, और 13 जून को मांट इलाके में अधजले शव को साधु की घटना से जोड़कर देखा, वह शव महंत बालमुकुंद निकला, जिसकी शिनाख्त उसके परिजनों ने की थी,
अप पुलिस ने सर्विलांस टीम के जरिए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी सर्विलेंस टीम के जरिए पता चला कर महंत के खाते से कुछ पैसे भी निकाले गए हैं, जो उसके ड्राइवर उमेश पाठक ने अपने खाते में ट्रांसफर किए थे,
सर्विलेंस टीम के जरिए पुलिस को पता चला कर महंत की हत्या वाले दिन महंत के खाते से करीब 2 लाख 50 हजार रु निकाले गए थे ..जो कि उसके ड्राइवर ने निकाले थे .अब पुलिस का शक महंत के ड्राइवर की तरफ हो गया... लेकिन ड्राइवर उमेश घटना को अंजाम देकर फरार था..
पुलिस ने सर्विलांस के जरिए पूरी घटना पर काम किया... और ड्राइवर उमेश पाठक के दोस्त जितेंद्र को 7 जुलाई को पानी घाट इलाके से गिरफ्तार कर लिया...था
गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र ने से पुलिस ने जनता से पूछा कि तो चौंका देने वाला खुलासा हुआ आरोपी जितेंद्र ने बताया कि महंत के ड्राइवर उमेश पाठक ने आश्रम का महंत बनकर आश्रम की जमीन और पैसे को हड़पने के उद्देश्य से बाबा की हत्या की है.. 12 जून को ड्राइवर उमेश पाठक महंत को जितेंद्र के घर पानी घाट वृंदावन ले गया था ..जहां उसे लस्सी में नशीली दवाई दी गई ..जिससे संत बेहोश हो गया और संत की 6 लोगों ने गला घोट कर हत्या कर डाली ..जिसके बाद शब की शिनाख्त को छुपाने के लिए माँट राधा रानी के जंगलों में जाकर शब को पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया.. लेकिन अधजले शब की महन्त के परिजनों ने शिनाख्त कर ली ..और घटना का खुलासा हो गया..
पुलिस ने 7 जुलाई को घटना में शामिल जितेंद्र और 2 महिला मीरा देवी और प्रीति को गिरफ्तार कर लिया था ,आज वृंदावन पुलिस ने गेट इलाके से मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी उमेश पाठक को गिरफ्तार कर लिया है ,जिसके कब्जे से महंत की डस्टर कार और अवैध हथियार बरामद किया है , महंत की हत्या में 6 लोग शामिल थे ,जिनमें से अब तक पुलिस 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, 2 लोग अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं
रिपोटर अमित गोस्वामी
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