मथुरा- थाना फ़रह पुलिस ने 27 जून को गाँब झुडावई में दिलीप सिंह की हत्या का किया खुलासा.. हत्यारोपी इंद्रदेव को किया गिरफ्तार...जमीनी रंजिश मे .सगे चाचा को फ़साने के लिए रचा था हत्याकांड का षड्यंत्र, 2011 मे परिवार वालों को फसाने के लिए खुद की बेटी और मां की हत्या का भी है आरोपी..आरोपी की गुमशुदगी की थाना फरह में बेटे ने लिखा रखी है रिपोर्ट..पुलिस ने हत्यारोपी से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी की बरामद...
सनसनीखेज वारदात फ़रह थाना इलाके के झुडावई गांव की है
..तस्वीरों में दिख रहा यह शख्स शातिर किस्म का हत्यारा है... हत्यारे इंद्रदेव ने 6 बीघे जमीन को पाने के लिए अब तक अपने ही परिवार के तीन लोगों को मौत की नीद सुला चुका है...
तस्वीरों में दिख रहा है यह शख्स इंद्रदेव निवासी झुडावई थाना फरह का रहने वाला है ..इस शातिर हत्यारे ने 2011 में अपनी सगी मां और बेटी की हत्या का भी आरोप है .जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है.. बताया जा रहा है कि पूर्व में अपनी मां और बेटी की हत्या जमीनी रंजिश में अपने परिवार वालों को फसाने के लिए की थी .लेकिन उस वक्त भी हत्या का खुलासा हो गया था .जिसके बाद आरोपी को जेल भेजा गया था.. जिसके बाद वह जमानत पर बाहर आ गया .और यह केस न्यायालय में विचाराधीन है..
हत्यारे इंद्रदेव की जमीन पाने की लालसा कम नहीं हुई ..पैतृक जमीन को लेकर परिवार के ही सदस्यों से इंद्रदेव का झगड़ा चल रहा था... 27 जून की रात जुड़ाबई गांव में किसान दिलीप सिंह की घर के बाहर सोते वक्त धारदार हथियार से किसी अज्ञात ने हत्या कर दी थी .पुलिस हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पा रहा थी. पुलिस को मृतक दिलीप सिंह के पास से भतीजे थान सिंह का आधार कार्ड मिला था .जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी..
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की बारीकी से छानबीन शुरू कर दी .घटना में चौका देने वाले मामले सामने आए ..पुलिस को पता चला के दिलीप सिंह का चचेरा भाई इंद्रदेव पूर्व में भी अपनी मां और बेटी की हत्या में जेल जा चुका है ..और इनका जमीन को लेकर विवाद चल रहा है ..लेकिन फ़रह थाने में इंद्रदेव के बेटे ने पिता इन्द्रदेव की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा रखी है.. ..और इंद्र देव का अब तक कोई अता पता नहीं है ..पुलिस ने सर्विलेंस टीम के जरिए स्पेशल टीम लगाकर केस की छानबीन शुरू कर दी.. और पुलिस को कुछ ऐसे अहम सुराग मिले ,जिनके आधार पर पुलिस ने हत्यारोपी इंद्रदेव को खोज निकाला...
हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि इंद्रदेव ने जमीनी रंजिश में अपने चाचा थान सिंह को फंसाने के लिए मृतक दिलीप सिंह के पास उसका आधार कार्ड डाल दिया था ..और अपनी गुमशुदगी की रिपोर्ट अपने बेटे द्वारा थाने में दर्ज करा दी गई थी ..लेकिन पुलिस ने पूरे मामले की गहनता से जांच की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया..
पुलिस ने बताया कि जमीन पाने की लालसा और परिवार वालों से रंजिश ने इंद्र देव को हत्यारा बना दिया.. पूर्व में इंद्रदेव पर अपनी सगी मां और बेटी की हत्या का भी आरोप है.उसने अपने चचेरे भाई दिलीप सिंह को भी मौत के घाट उतार दिया.. दिलीप सिंह का हत्यारा शक इंद्रदेव पर नहीं जाए, इसके लिए शातिर हत्यारे इंद्रदेव ने थान सिंह का आधार कार्ड दिलीप सिंह के शब के पास छोड दिया था.. और खुद की गुमशुदगी की रिपोर्ट अपने बेटे पर थाने में दर्ज करा दी थी...
जमीन की जमीनी रंजिश मे इंद्रदेव ने अपने परिवार को तहस नहस कर लिया और खुद सलाखों के पीछे पहुंच गया.. अब इंद्रदेव की जिंदगी सलाखों के पीछे ही बीतेगी.. इंद्र देव को अपनी मां बेटी और चचेरे भाई की हत्या के बाद क्या मिला.. सलाखें.. अब उसकी जिंदगी जेल की चार दीवारों में ही सिमट कर रह जाएगी.. हत्यारोपी इंद्रदेव को अपने किए का पछतावा तो हो रहा है ..लेकिन अब वह करें भी तो क्या करें....
सनसनीखेज वारदात फ़रह थाना इलाके के झुडावई गांव की है
..तस्वीरों में दिख रहा यह शख्स शातिर किस्म का हत्यारा है... हत्यारे इंद्रदेव ने 6 बीघे जमीन को पाने के लिए अब तक अपने ही परिवार के तीन लोगों को मौत की नीद सुला चुका है...
तस्वीरों में दिख रहा है यह शख्स इंद्रदेव निवासी झुडावई थाना फरह का रहने वाला है ..इस शातिर हत्यारे ने 2011 में अपनी सगी मां और बेटी की हत्या का भी आरोप है .जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है.. बताया जा रहा है कि पूर्व में अपनी मां और बेटी की हत्या जमीनी रंजिश में अपने परिवार वालों को फसाने के लिए की थी .लेकिन उस वक्त भी हत्या का खुलासा हो गया था .जिसके बाद आरोपी को जेल भेजा गया था.. जिसके बाद वह जमानत पर बाहर आ गया .और यह केस न्यायालय में विचाराधीन है..
हत्यारे इंद्रदेव की जमीन पाने की लालसा कम नहीं हुई ..पैतृक जमीन को लेकर परिवार के ही सदस्यों से इंद्रदेव का झगड़ा चल रहा था... 27 जून की रात जुड़ाबई गांव में किसान दिलीप सिंह की घर के बाहर सोते वक्त धारदार हथियार से किसी अज्ञात ने हत्या कर दी थी .पुलिस हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पा रहा थी. पुलिस को मृतक दिलीप सिंह के पास से भतीजे थान सिंह का आधार कार्ड मिला था .जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी..
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की बारीकी से छानबीन शुरू कर दी .घटना में चौका देने वाले मामले सामने आए ..पुलिस को पता चला के दिलीप सिंह का चचेरा भाई इंद्रदेव पूर्व में भी अपनी मां और बेटी की हत्या में जेल जा चुका है ..और इनका जमीन को लेकर विवाद चल रहा है ..लेकिन फ़रह थाने में इंद्रदेव के बेटे ने पिता इन्द्रदेव की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा रखी है.. ..और इंद्र देव का अब तक कोई अता पता नहीं है ..पुलिस ने सर्विलेंस टीम के जरिए स्पेशल टीम लगाकर केस की छानबीन शुरू कर दी.. और पुलिस को कुछ ऐसे अहम सुराग मिले ,जिनके आधार पर पुलिस ने हत्यारोपी इंद्रदेव को खोज निकाला...
हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि इंद्रदेव ने जमीनी रंजिश में अपने चाचा थान सिंह को फंसाने के लिए मृतक दिलीप सिंह के पास उसका आधार कार्ड डाल दिया था ..और अपनी गुमशुदगी की रिपोर्ट अपने बेटे द्वारा थाने में दर्ज करा दी गई थी ..लेकिन पुलिस ने पूरे मामले की गहनता से जांच की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया..
पुलिस ने बताया कि जमीन पाने की लालसा और परिवार वालों से रंजिश ने इंद्र देव को हत्यारा बना दिया.. पूर्व में इंद्रदेव पर अपनी सगी मां और बेटी की हत्या का भी आरोप है.उसने अपने चचेरे भाई दिलीप सिंह को भी मौत के घाट उतार दिया.. दिलीप सिंह का हत्यारा शक इंद्रदेव पर नहीं जाए, इसके लिए शातिर हत्यारे इंद्रदेव ने थान सिंह का आधार कार्ड दिलीप सिंह के शब के पास छोड दिया था.. और खुद की गुमशुदगी की रिपोर्ट अपने बेटे पर थाने में दर्ज करा दी थी...
जमीन की जमीनी रंजिश मे इंद्रदेव ने अपने परिवार को तहस नहस कर लिया और खुद सलाखों के पीछे पहुंच गया.. अब इंद्रदेव की जिंदगी सलाखों के पीछे ही बीतेगी.. इंद्र देव को अपनी मां बेटी और चचेरे भाई की हत्या के बाद क्या मिला.. सलाखें.. अब उसकी जिंदगी जेल की चार दीवारों में ही सिमट कर रह जाएगी.. हत्यारोपी इंद्रदेव को अपने किए का पछतावा तो हो रहा है ..लेकिन अब वह करें भी तो क्या करें....
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