मुनाफाखोरों द्वारा खरीदा जा रहा राशन में बांटने वाला चावल
- खाती खाना स्थित आटा चक्की पर कुंटलों राशन के चावल की होती है खरीद-फरोख्त
- एजेंट मोटरसाइकिल से गांव-गांव फेरी लगवा कर लोगों को लालच देकर खरीदते हैं राशन का चावल
हाथरस: प्रदेश सरकार की सख्ती के बावजूद गरीबों के राशन की कालाबाजारी रुक नहीं पा रही है। आए दिन होने वाली शिकायतों पर भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। नगर में कई जगह आटा चक्की संचालकों द्वारा राशन में गरीबों को मिलने वाले चावल की कालाबाजारी को अंजाम दिया जा रहा है। राशन के चावल की कालाबाजारी के इस खेल में ग्राम प्रधान राशन डीलर के साथ साथ राईस मिल संचालक भी शामिल हैं।
पूर्व में आपूर्ति विभाग द्वारा 400 बोरे राशन के चावल के पकड़े गए थे
कुछ दिनों पूर्व जनपद हाथरस क्षेत्र से दिल्ली लेकर जा रहे कालाबाजारी के राशन के चावल से भरा ट्रक कोतवाली क्षेत्र में पकड़ा गया। ट्रक चालक को पुलिस ने हिरासत में लिया। ट्रक में 400 बोरे चावल थे, जिनकी बाजारु कीमत लगभग तीन लाख रुपये थी। इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक द्वारा ट्रक मालिक व चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस घटना के बाद आपूर्ति निरीक्षक द्वारा राशन की कालाबाजारी करने वालों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
इस तरह से होती है राशन के चावल से कमाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार राइस मिलर राशन चावल को ₹18 प्रति किलो की दर से खरीद रहे हैं चावल मोटा होता है इसलिए इसे मशीनों से पतला करते हैं पॉलिश कर चमक लाई जाती है यही चावल बाजार में वापस जाता है और 48 रूपए प्रति किलो के हिसाब से बिकता है।
एजेंट फेरी लगाकर लोगों को लालच देकर खरीदते हैं चावल
मुनाफाखोरी के इस खेल में एजेंट का भी प्रमुख रोल है जो कि राशन बांटने के बाद गांव-गांव जाकर मोटरसाइकिल से फेरी लगाते हैं और लोगों को लालच देकर ₹10 से ₹14 प्रति किलो के हिसाब से यह राशन का चावल खरीद कर स्टॉक करने के बाद राईस मिल पर बेचते हैं।
इन जगहों पर होता है चावल का मोटा खेल
प्राप्त जानकारी के अनुसार खाती खाना स्थित आटा चक्की, मधुगढ़ी स्थित आटा चक्की, गांव अमरपुर घाना, गांव सीर, सादाबाद गेट, आगरा रोड आदि जगहों पर मुनाफाखोरों द्वारा चावल खरीद का स्टॉक किया जाता है।
Post a Comment