बारिश व तेज हवाओं ने बढाई सर्दी झमाझम हो रही बारिश से अन्न दाता की मुश्किलें वढी
हाथरस/ सिकंदराराऊ / वुधवार की रात से गड़गड़ाते बादलों ने बरसना क्या शुरू किया ठंड से लोग ठिठुर उठे । हालात कुछ ऐसे बन गये कि अचानक मौसम के द्वारा ली गई करबट से लोग जहां घरों में कैद हो कर रह गये वहीं पशु पक्षी तक ठंड की ठिठुरन के चलते अलोप से हो गये । मौसम में हुये बदलाब और सर्दी की सिरहन को देख अधिकांश लोग अपने घरों में ही कैद हो गए।बच्चे स्कूल कॉलेजों में भी नही जा सके बच्चे।जल भराव व कीचड़ की दिक्कत भी बनी बड़ी समस्या।एक ओर किसानों को जहां वारिश से सुकून हुआ बहीं तेज हवाओं से फसलों को काफी नुकसान भी हुआ।गुरुवार को हुई वारिश से किसानों को काफी हद तक फायदा हुआ लेकिन वहीं सुबह से शाम तक जारी बरसात से लोगों को नुकसान ही नुकसान है आलू खेती में पानी भर जाने से आलू की फसल ।काफी इलाकों मे खराब होने की कगार पर है तो वही ठंड इतनी बढ़ गयी है कि लोग घरों बाहर निकल ही नही रहे हैं ठिठुरन काफी बढ़ गयी है। जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
हाथरस/ सिकंदराराऊ / वुधवार की रात से गड़गड़ाते बादलों ने बरसना क्या शुरू किया ठंड से लोग ठिठुर उठे । हालात कुछ ऐसे बन गये कि अचानक मौसम के द्वारा ली गई करबट से लोग जहां घरों में कैद हो कर रह गये वहीं पशु पक्षी तक ठंड की ठिठुरन के चलते अलोप से हो गये । मौसम में हुये बदलाब और सर्दी की सिरहन को देख अधिकांश लोग अपने घरों में ही कैद हो गए।बच्चे स्कूल कॉलेजों में भी नही जा सके बच्चे।जल भराव व कीचड़ की दिक्कत भी बनी बड़ी समस्या।एक ओर किसानों को जहां वारिश से सुकून हुआ बहीं तेज हवाओं से फसलों को काफी नुकसान भी हुआ।गुरुवार को हुई वारिश से किसानों को काफी हद तक फायदा हुआ लेकिन वहीं सुबह से शाम तक जारी बरसात से लोगों को नुकसान ही नुकसान है आलू खेती में पानी भर जाने से आलू की फसल ।काफी इलाकों मे खराब होने की कगार पर है तो वही ठंड इतनी बढ़ गयी है कि लोग घरों बाहर निकल ही नही रहे हैं ठिठुरन काफी बढ़ गयी है। जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
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