कर्मचारियों को दिया गया प्रवासी राहत मित्र एप का प्रशिक्षण

हाथरस 21 मई 2020 (सूवि)। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार द्वारा दिये गये निर्देशाों के क्रम में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) जे0 पी0 सिंह, द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये तैनात किये गये आर0 आई0 व लेखपालो को प्रवासी राहत मित्र ऐप के बारे में आज ई0डी0एम0 मनोज उपाध्याय ने आॅनलाइन प्रशिक्षण ई-गवर्नेन्स सेल कलेक्ट्रेट में दिया।
अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) जे0 पी0 सिंह ने बताया है कि मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिनांक 08 माई 2020 दिन शुक्रवार को प्रवासी राहत मित्र ऐप का लोकार्पण किया। जिसे राजस्व विभाग, राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार कराया गया है। उन्होने कहा कि राहत आयुक्त कार्यालय के वेब पोर्टल पर प्रवासी व्यक्तियों के डाटा फीडिंग का कार्य चल रहा है। डाटा फीडिग के कार्य को अधिक सरल व सुविधा जनक बनाने तथा घर-घर जाकर डाटा संकलित करने के उददेश्य से राजस्व विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रवासी राहत मित्र ऐप तैयार किया गया है। उन्होने कहा कि इस ऐप का उद्देश्य वर्तमान में कोविड-19 के दृष्टिगत बडी संख्या में अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश में आने वाले प्रवासी नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ, उनके स्वास्थ्य की निगरानी और विशेष कर उनके कौशल के लायक भविष्य में नौकरी एवं आजीविका प्रदान करने में सहयोग करने के लिए इन प्रवासी नागरिकों का डेटा कलेक्शन करना है। सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आपस में सूचना का आदान प्रदान कर इन प्रवासी नागरिकों के रोजगार एवं आजीविका के लिए नियोजन एवं कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी। इस ऐप के जरिए आश्रय केन्द्र में रुके हुए व्यक्तियों एवं किसी भी कारणवश अन्य प्रदेशों से सीधे अपने घरों को पहुंचने वाले प्रवासी व्यक्तियों का पूरा विवरण लिया जायेगा ताकि उत्तर प्रदेश में आने वाला कोई भी प्रवासी छूट न पाये। इस ऐप में व्यक्ति की मूलभूत जानकारी जैसे नाम, शैक्षिक योग्यता, अस्थायी और स्थायी पता, बैंक अकाउंट विवरण, कोरोना सम्बन्धित स्क्रीनिंग की स्थिति, शैक्षिक योग्यता और अनुभव, 65 से भी ज्यादा प्रकार के कौशल का विवरण एकत्र किया जायेगा। अन्य राज्यों से प्रदेश में आ रहे प्रवासी नागरिकों को दी जाने वाली राशन किट के वितरण की स्थिति भी इस ऐप में दर्ज की जायेगी। इस ऐप में डाटा डुप्लीकेशन न हो, इसके लिए यूनीक मोबाइल नम्बर को आधार बनाया गया है। इस ऐप की एक अन्य विशेषता यह भी है कि इसमें ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी काम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त प्रभावी निर्णय करने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों के डेटा को भी ऐप में अलग-अलग किया जा सकता है। ऐप के जरिए संग्रहित डेटा को राज्य स्तर पर स्थापित इंटीग्रेटेड इनफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम ूूू.तंींजनच.पद पर स्टोर किया जायेगा। इसका विश्लेषण कर प्रवासी नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ, उनके स्वास्थ्य की निगरानी एवं विशेष कर उनके कौशल के लायक भविष्य में नौकरी एवं आजीविका प्रदान करने में सहयोग किया जायेगा।
प्रशिक्षण के दौरान ई0डी0एम0 मनोज उपाध्याय ने प्रशिक्षण ले रहे सभी कर्मचारियोें से डाटा फीडिग के दौरान लाभार्थी के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने के लिये कहा। स्वयं आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर ले एवं अपने मित्रगणों  आस-पड़ोस, परिवार जनों व सगे संबंधियों को भी आरोग्य सेतु ऐप डाउन लोड करने हेतु प्रेरित करे।
प्रशिक्षण के दौरान ए0एल0आर0ओ0 लियाकत अली व एल0आर0सी रनवीर सिंह भी उपस्थित रहे।
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