बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा ब्लॉक सासनी में एस ए जी योजना के अंतर्गत तीन दिवसीय दूसरे बैच की सखी सहेली प्रशिक्षण के अंतिम दिन बाल विकास परियोजना अधिकारी राहुल वर्मा। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ,डॉक्टर प्रदीप रावत एवं स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी चतुर सिंह द्वारा प्रशिक्षण में भाग लेने वाली 11 वर्ष से 14 वर्ष की किशोरियों को व्यक्तिगत साफ-सफाई की आवश्यकता एवं महत्व, व्यक्तिगत साफ-सफाई क्या क्यों कैसे, वातावरण एवं आसपास की स्वच्छता आवश्यकता,एवं महत्व, डायरिया प्रबंधन, स्वच्छ जल प्रबंधन, माहवारी प्रबंधन किशोरियों में खून की कमी( एनीमिया), हीमोग्लोबिन जांच, एनीमिया की रोकथाम, आई.एफ.ए गोलियो का सेवन एवं किशोरियों का हेल्थ कार्ड भरना,योगा की जानकारी , सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी पोस्टिक खाद पदार्थ ग्रह स्तर पर कैसे प्राप्त करें, पोषण वाटिका घर में कैसे बनाएं ,शरीर की भोजन की क्या आवश्यकता है उस के क्या कार्य हैं, किशोरावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन की आवश्यकता, किशोरियों में भोजन की कमी से होने वाली बीमारियां एवं रोकथाम एवं पोषाहार की जानकारी के साथ-साथ किशोरियों को सरकारी विभागों की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया साथ ही अस्पताल, पोस्ट ऑफिस, पंचायती राज, रेलवे स्टेशन , बस स्टैंड थाना आदि की जानकारी दी गई । विवाह की सही उम्र के साथ साथ स्कूल जाए के लिये प्ररित किया । प्रशिक्षण में बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि किशोरावस्था प्रत्येक महिला के जीवन का महत्वपूर्ण चरण है यह बचपन व महिला बनने के मध्य का सबसे महत्वपूर्ण चरण है स्कूल के बाहर की किशोरी बालिका 11 से 14 वर्ष की बहुआयामी आवश्यकता को समझने एवं इन किशोरी बालिकाओं को औपचारिक शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए किशोरी बालिकाओं के लिए योजना स्कीम फॉर एडोलिसेंट गर्ल्स (SAG) प्रारंभ की गई है प्रशिक्षण उपरांत सभी किशोरियों को ट्रेनिंग किट का वितरण किया गया एवं प्रशिक्षण में एएनएम द्वारा सभी किशोरियों के हीमोग्लोबिन की जांच भी की गई | प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग शिक्षा विभाग और बाल विकास की सुपरवाइजर पुष्पलता शर्मा उषा देवी आदि उपस्थित हुई।
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