हाथरस 05 मार्च 2020 (सूवि)। आज कलेक्टेªट सभागार में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति तथा जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त विभाग गढ्डे खुददन की सूचना तत्काल विभागवार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हाथरस, जिला उद्यान अधिकारी हाथरस, अधिशासी अभियंता हाथरस, अधिशासी अधिकारी हसायन, स्टेशन अधीक्षक हाथरस जंक्शन, स्टेशन अधीक्षक हाथरस सिटी, अधिशासी अभियंता आवास विकास परिषद हाथरस, अधीक्षण अभियंता/अधिशासी अभियंता हाथरस, अधिशासी अभियंता यूएसआईबीसी अलीगढ़ द्वारा अभी तक स्थल चयन की सूची एवं खोदे गए गड्ढों की सूची न उपलब्ध कराए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सूचना तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नही किया जायेगा।
प्रभागीय वनाधिकारी एम0के0 शुक्ला ने बताया कि जिला पर्यावरण समिति में मुख्य चिकित्साधिकारी, नगर निगम/नगर पालिका तथा प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उन्होने शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के बारे में सम्बन्धित विभागो को विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि बायो मेडिकल के लिये सीएमओ, ठोस अवशिष्ट के लिये नगर निगम को प्रभारी नामित किया गया है। उन्होने बताया कि पूर्व बैठक में अवगत कराया गया था कि प्रत्येक विभाग को अवशिष्ट प्रबन्धन के सम्बन्ध में सूचना दर्ज करते हुए आॅनलाइन भरा जाना है। जिसकी समीक्षा एनजीटी द्वारा की जायेगी। जिलाधिकारी मेडिकल अवशिष्ट का नियन्त्रण सही तरीके से करने के निर्देश दिये। उन्होने सभी अस्पतालो में अवशिष्ट प्रबन्धन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार उन्होने प्रत्येक नगरी निकाय/ नगर पालिका ठोस अवशिष्ट के प्रबन्धन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होने सभी विभागो को शासन द्वारा दी गयी जिम्मेदारियों का निर्वाहन ठीक ढंग से करने के निर्देश दिये।
मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बन्धित सभी विभागों को वृक्षारोपण के लिये माइक्रोप्लान तैयार करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होने सभी विभागीय अधिकारियों को शासनादेश के तहत पौधरोपण हेतु भूमि का चिन्हाकन एवं गढ्डे का खुददन करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि वृक्षारोपण के लिये जिन विभागों के पास भूमि उपलब्ध नही है। वह सम्बन्धित विभाग में सम्पर्क करके वृक्षारोपण हेतु भूमि का आंवटन करा सकते है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 बृजेश राठौर, परियोजना निदेशक अश्वनी कुमार मिश्रा, डी0डी0ओ0 अवधेश सिंह यादव, डीपीआरओं बनवारी सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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प्रभागीय वनाधिकारी एम0के0 शुक्ला ने बताया कि जिला पर्यावरण समिति में मुख्य चिकित्साधिकारी, नगर निगम/नगर पालिका तथा प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उन्होने शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के बारे में सम्बन्धित विभागो को विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि बायो मेडिकल के लिये सीएमओ, ठोस अवशिष्ट के लिये नगर निगम को प्रभारी नामित किया गया है। उन्होने बताया कि पूर्व बैठक में अवगत कराया गया था कि प्रत्येक विभाग को अवशिष्ट प्रबन्धन के सम्बन्ध में सूचना दर्ज करते हुए आॅनलाइन भरा जाना है। जिसकी समीक्षा एनजीटी द्वारा की जायेगी। जिलाधिकारी मेडिकल अवशिष्ट का नियन्त्रण सही तरीके से करने के निर्देश दिये। उन्होने सभी अस्पतालो में अवशिष्ट प्रबन्धन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार उन्होने प्रत्येक नगरी निकाय/ नगर पालिका ठोस अवशिष्ट के प्रबन्धन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होने सभी विभागो को शासन द्वारा दी गयी जिम्मेदारियों का निर्वाहन ठीक ढंग से करने के निर्देश दिये।
मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बन्धित सभी विभागों को वृक्षारोपण के लिये माइक्रोप्लान तैयार करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होने सभी विभागीय अधिकारियों को शासनादेश के तहत पौधरोपण हेतु भूमि का चिन्हाकन एवं गढ्डे का खुददन करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि वृक्षारोपण के लिये जिन विभागों के पास भूमि उपलब्ध नही है। वह सम्बन्धित विभाग में सम्पर्क करके वृक्षारोपण हेतु भूमि का आंवटन करा सकते है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 बृजेश राठौर, परियोजना निदेशक अश्वनी कुमार मिश्रा, डी0डी0ओ0 अवधेश सिंह यादव, डीपीआरओं बनवारी सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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