तहसील सादाबाद के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
हाथरस: एकीकृत सेवारत शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में आज तहसील सादाबाद के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आयोजित किया गया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने प्राथमिक स्तर पर शिक्षा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय मिशन नेशनल इनीशिएटिव फॉर स्कूल हैंड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट अर्थात (निष्ठा) कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने फीता काटकर, सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण कर किया।
केपी गौतम ने जिलाधिकारी को बैच लगाकर तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी ने बुके देकर जिलाधिकारी का स्वागत किया एवं मंच पर उपस्थित सभी अधिकारियों सहित चेयरमैन का बैच लगाकर एवं बुके भेंट कर स्वागत किया गया। इसके पश्चात उच्च प्राथमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं नाटक के माध्यम से बेटी बचाओ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद सुबोध कुमार ने निष्ठा कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि निष्ठा के तहत शिक्षकों को शिक्षा के उद्देश्य, स्कूल, सुरक्षा एवं संरक्षा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य तकनीकी जगत की नई उपलब्धियां पोक्सो एक्ट और छात्र केंद्रित शिक्षा के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का संचालन दो स्तर पर किया जाएगा जिसमें एक राज्य मुख्यालय पर तथा दूसरा ब्लॉक संसाधन केंद्र स्तर पर किया जायेगा। राज्य स्तर पर चयनित रिसोर्स पर्सन का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण तथा स्टेट रिसोर्स पर्सन का दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण एन0आर0जी0 द्वारा दिया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक संसाधन केंद्र पर 05 केआरपी एवं 01 एसआरपी द्वारा अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण पांच दिवसीय होगा प्रत्येक चरण में 150 अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण एससीईआरटी द्वारा विकसित मॉडल पर आधारित होगा। जनपद में यह प्रशिक्षण 7 चरणों में कराया जाएगा। इस प्रशिक्षण में कुल 5100 अध्यापकों, शिक्षा मित्रों एवं अनुदेशकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके पश्चात उन्होंने दीक्षा ऐप तथा ऑपरेशन कायाकल्प के तहत प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में किए गए कार्यो के बारे में जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता एवं बच्चों के भविष्य निर्माता होते हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर कई बदलाव होते रहते हैं। इसलिए इस तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा प्राथमिक स्तर पर शिक्षण कार्य कर रहे सभी शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों, ब्लॉक संसाधन समयन्वयकों, एनपीआरसी को सीखने के परिणाम बच्चों के सामाजिक एवं व्यक्तिगत गुणों में सुधार, स्कूल आधारित मूल्यांकन, नई पहल, स्कूल सुरक्षा और विभिन्न विषयों की सुरक्षा आदि के लिए शिक्षार्थी शिक्षण प्रशिक्षण में सम्मिलित किया गया है। जिससे शिक्षा तथा शिक्षक की गुणवत्ता में सुधार होगा। इस प्रकार के कार्यक्रमों से हर व्यक्ति को कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।
हाथरस: एकीकृत सेवारत शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में आज तहसील सादाबाद के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आयोजित किया गया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने प्राथमिक स्तर पर शिक्षा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय मिशन नेशनल इनीशिएटिव फॉर स्कूल हैंड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट अर्थात (निष्ठा) कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने फीता काटकर, सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण कर किया।
केपी गौतम ने जिलाधिकारी को बैच लगाकर तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी ने बुके देकर जिलाधिकारी का स्वागत किया एवं मंच पर उपस्थित सभी अधिकारियों सहित चेयरमैन का बैच लगाकर एवं बुके भेंट कर स्वागत किया गया। इसके पश्चात उच्च प्राथमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं नाटक के माध्यम से बेटी बचाओ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद सुबोध कुमार ने निष्ठा कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि निष्ठा के तहत शिक्षकों को शिक्षा के उद्देश्य, स्कूल, सुरक्षा एवं संरक्षा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य तकनीकी जगत की नई उपलब्धियां पोक्सो एक्ट और छात्र केंद्रित शिक्षा के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का संचालन दो स्तर पर किया जाएगा जिसमें एक राज्य मुख्यालय पर तथा दूसरा ब्लॉक संसाधन केंद्र स्तर पर किया जायेगा। राज्य स्तर पर चयनित रिसोर्स पर्सन का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण तथा स्टेट रिसोर्स पर्सन का दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण एन0आर0जी0 द्वारा दिया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक संसाधन केंद्र पर 05 केआरपी एवं 01 एसआरपी द्वारा अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण पांच दिवसीय होगा प्रत्येक चरण में 150 अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण एससीईआरटी द्वारा विकसित मॉडल पर आधारित होगा। जनपद में यह प्रशिक्षण 7 चरणों में कराया जाएगा। इस प्रशिक्षण में कुल 5100 अध्यापकों, शिक्षा मित्रों एवं अनुदेशकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके पश्चात उन्होंने दीक्षा ऐप तथा ऑपरेशन कायाकल्प के तहत प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में किए गए कार्यो के बारे में जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता एवं बच्चों के भविष्य निर्माता होते हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर कई बदलाव होते रहते हैं। इसलिए इस तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा प्राथमिक स्तर पर शिक्षण कार्य कर रहे सभी शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों, ब्लॉक संसाधन समयन्वयकों, एनपीआरसी को सीखने के परिणाम बच्चों के सामाजिक एवं व्यक्तिगत गुणों में सुधार, स्कूल आधारित मूल्यांकन, नई पहल, स्कूल सुरक्षा और विभिन्न विषयों की सुरक्षा आदि के लिए शिक्षार्थी शिक्षण प्रशिक्षण में सम्मिलित किया गया है। जिससे शिक्षा तथा शिक्षक की गुणवत्ता में सुधार होगा। इस प्रकार के कार्यक्रमों से हर व्यक्ति को कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।
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