हाथरस 06 मार्च 2020 (सूवि)। कोराना वायरस के चलते जिला अस्पताल हाथरस में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने औचक निरीक्षण किया।
आइसोलेशन वार्ड हॉस्पिटल के मुख्य द्वार से काफी अंदर होने पर जिलाधिकारी ने आइसोलेशन वार्ड को मुख्य गेट के आसपास अथवा किसी ऐसे स्थान पर बनाने के लिए कहा की कोराना से ग्रसित व्यक्ति अस्पताल में आने वाले आम मरीजों के संपर्क में नहीं आना चाहिए। वार्ड के अंदर बने टॉयलेट की साफ सफाई संतोषजनक न होने, बेड पर पड़ी चादर एवं तकिया गंदे होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए टॉयलेट, डस्टबिन की नियमित रूप से साफ सफाई कराने एवं बेडशीट आदि के उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने कोरोना वायरस के बचाव हेतु किट, मास्क तथा तापमापी यंत्र आदि का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने आइसोलेशन वार्ड में अनावश्यक रखी वस्तुओं को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया वर्तमान में अस्पताल पर पीपीई किट 100, वीटीएम 50 तथा एन-95 मास्क 25 उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने नोबल कोराना वायरस रोग नियंत्रण हेतु जनपद स्तरीय रैपिड रैस्पोन्स टीम में तैनात कर्मचारियों के बारे में जानकारी की। जिस पर सीएमओ ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी डॉ डीके अग्रवाल, ईएनटी सर्जन डॉ नवनीत अरोरा, पैथोलॉजिस्ट डॉ कविता अरोरा, स्पीडेमियोलॉजिस्ट डॉक्टर पवन कुमार, लैब टेक्नीशियन महेश कुमार, वार्ड बॉय अमित कुमार तथा एक वाहन चालक हकीम सिंह को तैनात किया गया है। जिलाधिकारी ने स्टोर रूम में रखें ऑक्सीजन सिलेंडर की यथास्थिति के बारे में जानकारी की। जानकारी करने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बृजेश राठौर ने बताया कि अस्पताल में कुल 41 सिलेंडर हैं। जिसमें से 3 सिलेंडर लीकेज हैं। कुल 38 ऑक्सीजन सिलेंडर फंक्शनल हैं। 38 में से 13 ऑक्सीजन सिलेंडर भरे हुए हैं तथा 25 खाली हैं। जिलाधिकारी ने खाली आक्सीजन सिलेंडरों को तत्काल भराने के निर्देश दिए। स्टोर रूम की दीवरों पर सीलन होने तथा प्लस्टर टुटे होने पर नारजगी जहिर करते हुये जिलाधिकारी ने तत्काल ठीक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोरोना वायरस के लक्षणों एवं प्राथमिक उपचार के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
आइसोलेशन वार्ड हॉस्पिटल के मुख्य द्वार से काफी अंदर होने पर जिलाधिकारी ने आइसोलेशन वार्ड को मुख्य गेट के आसपास अथवा किसी ऐसे स्थान पर बनाने के लिए कहा की कोराना से ग्रसित व्यक्ति अस्पताल में आने वाले आम मरीजों के संपर्क में नहीं आना चाहिए। वार्ड के अंदर बने टॉयलेट की साफ सफाई संतोषजनक न होने, बेड पर पड़ी चादर एवं तकिया गंदे होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए टॉयलेट, डस्टबिन की नियमित रूप से साफ सफाई कराने एवं बेडशीट आदि के उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने कोरोना वायरस के बचाव हेतु किट, मास्क तथा तापमापी यंत्र आदि का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने आइसोलेशन वार्ड में अनावश्यक रखी वस्तुओं को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया वर्तमान में अस्पताल पर पीपीई किट 100, वीटीएम 50 तथा एन-95 मास्क 25 उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने नोबल कोराना वायरस रोग नियंत्रण हेतु जनपद स्तरीय रैपिड रैस्पोन्स टीम में तैनात कर्मचारियों के बारे में जानकारी की। जिस पर सीएमओ ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी डॉ डीके अग्रवाल, ईएनटी सर्जन डॉ नवनीत अरोरा, पैथोलॉजिस्ट डॉ कविता अरोरा, स्पीडेमियोलॉजिस्ट डॉक्टर पवन कुमार, लैब टेक्नीशियन महेश कुमार, वार्ड बॉय अमित कुमार तथा एक वाहन चालक हकीम सिंह को तैनात किया गया है। जिलाधिकारी ने स्टोर रूम में रखें ऑक्सीजन सिलेंडर की यथास्थिति के बारे में जानकारी की। जानकारी करने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बृजेश राठौर ने बताया कि अस्पताल में कुल 41 सिलेंडर हैं। जिसमें से 3 सिलेंडर लीकेज हैं। कुल 38 ऑक्सीजन सिलेंडर फंक्शनल हैं। 38 में से 13 ऑक्सीजन सिलेंडर भरे हुए हैं तथा 25 खाली हैं। जिलाधिकारी ने खाली आक्सीजन सिलेंडरों को तत्काल भराने के निर्देश दिए। स्टोर रूम की दीवरों पर सीलन होने तथा प्लस्टर टुटे होने पर नारजगी जहिर करते हुये जिलाधिकारी ने तत्काल ठीक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोरोना वायरस के लक्षणों एवं प्राथमिक उपचार के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
Post a Comment