मथुरा रोड स्थित वेदांता अस्पताल में एसडीएम ने की छापेमारी, फर्जी चिकित्सक हुआ गिरफ्तार, हॉस्पिटल हुआ सील
हाथरस: शनिवार देर शाम मथुरा रोड स्थित वेदांता हॉस्पिटल पर लगातार मिल रही शिकायतों के संबंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा, क्षेत्राधिकारी रुचि गुप्ता, डॉक्टर संदीप सिंह ,थाना अध्यक्ष चतर सिंह की संयुक्त छापेमारी की गयी-
छापेमारी के दौरान निम्न कमियां पाई गई:
1. अस्पताल की बिल्डिंग बिना स्वीकृति के पाई गई
2. अस्पताल में लंबे समय से किसी भी क्वालिफाइड डॉक्टर का नियमित रूप से मौजूद ना होना - क्वालिफाइड डॉक्टर के ना होने एवं प्रबंधक मोहित अग्रवाल जो कि सिर्फ बीकॉम हैं के द्वारा नियमित रूप से मरीजों के इलाज करने एवं उन्हें गंभीर बीमारियों से संबंधी दवाइयां देने का तथ्य सामने निकल कर आया - जो की पूरी तरह अवैध एवं मरीजों के जीवन को खतरे में डालने जैसा है
3. अस्पताल में दो डेंगू (तथाकथित) के मरीज पाए गए - डेंगू होने के बावजूद भी अस्पताल ने नियम अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सूचित नहीं किया एवं अवैध तरीके से वेदांत अस्पताल में ही उनका लगातार इलाज जारी रखा जो की पूरी तरह नियम विरुद्ध है।
4. कई मामलों में यह पाया गया की अधिकृत डॉक्टर के मौजूद ना होने पर भी अस्पताल प्रबंधक श्री मोहित अग्रवाल जो कि सिर्फ बीकॉम है के द्वारा मरीजों को भर्ती किया जाता रहा है एवं शुरू में कम धनराशि बता कर मरीजों को अस्पताल में रोका जा रहा है - भर्ती होने के उपरांत उन्हीं के द्वारा अनाधिकृत रूप से उनका इलाज किया जा रहा जाता रहा है एवं उनसे काफी मोटी धनराशि वसूली जाती जा रही है जिसको अनेकों परिवार अदा करने में सक्षम नहीं पाए जाते रहे हैं।
5. ऐसे भी कई मामले संज्ञान में आए जिनमें मरीजों एवम् परिजनों के बार बार निवेदन करने के बावजूद भी मर्जों को अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जाता रहा है, एवम् उन पर अनायवश्यक दवाब बना कर और धनराशि वसूली जाती रही है।
6. कई ऐसे स्टाफ पाए गए जिनके पास स्वास्थ्य संबंधी कोई भी डिग्री नहीं पाई गई, जो की पूरी तरह से गैर कानूनी है।
7. बीएमएस एवम् अन्य बिना क्वालिफाइड स्टाफ द्वारा आईसीयू जैसे अत्यंत संवेदनशील कार्यों को संपादित किया जाना जो की पूरी तरह नियम विरुद्ध है।
8. 12वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाले छात्र जिसकी उम्र सिर्फ 17 साल पाई गई को स्टाफ के रूप में प्रयोग किया जाना।
अस्पताल के खिलाफ प्रथम प्राथमिकी गए थाने में दर्ज करवाई जा चुकी है एवं बाकी पीड़ितों द्वारा भी प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही हैं। अस्पताल में मौके पर 4 मरीज भर्ती पाए गए जिनको मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सहयोग से रात में ही जिला अस्पताल में शिफ्ट करने की कार्रवाई पूरी की गई ताकि उनको समुचित इलाज का लाभ सुनिश्चित किया जा सके। अस्पताल को तत्काल प्रभाव से सील कर, CCTV फुटेज को कब्जे में ले कर जिला प्रशासन द्वारा भी अस्पताल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने एवं नियम अनुसार कार्यवाही की जा रही है। फिलहाल अस्पताल को सील कर, प्रबंधक मोहित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रिपोर्ट-अमित दत्त शर्मा
Post a Comment